घाना (Ghana) में कोरोना और इबोला से भी ज्यादा खतरनाक वायरस का पता लगा है. इस वायरस का नाम है मारबर्ग (Marburg virus).

डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, इसका इनकंबेशन पीरियड 2-21 दिन तक होता है. इस दौरान वायरस अपना रूप बदलता रहता है.

तेज बुखार, तेज सिरदर्द और बहुत कमजोरी का अहसास हो सकता है.

मांसपेशियों में दर्द, तीसरे दिन पानी जैसा दस्त, पेट में दर्द और ऐंठन, उल्टी शुरू हो सकती है.

इस वायरस से संक्रमित मरीजों को एक हफ्ते तक दस्त हो सकता है. अधिक सुस्ती महसूस हो सकती है. चेहरे का रंग बदलने लगता है. आंखें गहरी होने लगती है.

उल्टी और मल में ताजा खून आने लगता है. वहीं, अक्सर नाक, मसूड़ों और योनि से खून बहने के लगता है. जब वायरस शरीर में अधिक घर कर जाता है तो और तेज बुखार हो जाता है.

जब यह वायरस शरीर में अधिक घर कर जाता है कि 8-9 दिनों में लोगों की मौत भी हो सकती है. हालांकि, ऐसी स्थिति घातक मामलों में होती है. बता दें कि मारबर्ग वायरस में मृत्यु दर 23-90 फीसदी के बीच है.